Friday, February 18, 2011

नैनो कार

मेरी हसीन ख्यालों का काफिला
मेरे वजूदों का हुजूम 
और पेड़  की डाल पर बैठी एक छोटी सी चिड़िया
मेरी प्यारी नैनो कार.

Saturday, February 5, 2011

मुंडेर पर बैठी ठंडी हवा

देखो तो यह कौन खड़ा है छत की मुंडेर पर
लगता है लगा गए पर मेरे अरमानों को.
एक चांदनी सी रौशनी है, एक खिला हुआ सा चेहरा है
देखो जरा गौर से, मेरे महबूब सा लगता है.
ऐसा भी होता है, बैठ कर मुंडेर पर और ताके है कोई
कोई है आने वाला, कोई है जिसका होता है इंतज़ार.
यह चाँद है, या फिर है कोई रकासा, या कोई हुस्न परी
मेरी जानिब से गयी है ठंडी बयार, जरा छू कर तो देखो.