kavita-akavita
ek afsaana sunaa sunaa saa
Saturday, November 21, 2009
मैं और मेरा गधा
एक रोज एक गधे के रोने की आवाज़ आई
गधा बहुत दुखी था
उसे किस ने गधे की तरह कामचोर बताया था
उसे तब मालूम हुआ था
कि वह गधा और कामचोर था.
1 comment:
मनोज कुमार
November 21, 2009 at 11:47 PM
विचारोत्तेजक!
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