kavita-akavita
ek afsaana sunaa sunaa saa
Sunday, December 27, 2009
यहाँ से....
कभी सोचा था
बनेगा एक आशियाँ
कभी कि थी हरकत भी
लेकिन ठहर गया सब मंज़र वहीँ
सब वीरान
वहां से यहाँ तक।
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