kavita-akavita
ek afsaana sunaa sunaa saa
Sunday, December 6, 2009
सुनो
जो तुमने कहा
मैंने सुना
अब तुम सुनो
एक अधूरी कहानी
एक अनसुनी दास्तान
मेरे पास तो यही है
कहाँ से लाऊँ तकमील- ऐ-फ़साना?
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