kavita-akavita
ek afsaana sunaa sunaa saa
Sunday, January 17, 2010
चील का सपना
एक चील सोया हुआ
खुली आँखें ही
देखता रहा एक सपना
चारों तरफ मरे हुए जीव जंतु
अचानक ही उसकी भूख कम हो गयी और
उसके होटों पर एक खतरनाक सी मुस्कराहट लौट आई।
बड़े चैन से सोया फिर वह।
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