kavita-akavita
ek afsaana sunaa sunaa saa
Saturday, January 9, 2010
हंस कर पूछा चुप्पी ने
क्या नाम है तुम्हारा
क्या कहती ख़ामोशी भी
झुका कर सर
मसल कर उँगलियों को
तकती रही आसमान
यही तो फितरत थी उसकी.
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